ऑनलाइन शॉपिंग में छिपे अतिरिक्त शुल्क: Flipkart-Amazon पर सरकार की जांच, जानें उपभोक्ता के अधिकार

ऑनलाइन शॉपिंग hidden charges से बचने के तरीके

ऑनलाइन बिजनेस स्टोर में अतिरिक्त शुल्क: सरकार की जांच और उपभोक्ता का अधिकार

भारत में ऑनलाइन शॉपिंग अब रोज़मरा की आदत बन गई है। फ्लिपकार्ट, अमेज़ॅन और अन्य ई-कॉमर्स कंपनियों पर लोग छोटे से बड़े लेकर उत्पाद तक खरीदते हैं। लेकिन हाल के महीनों में इंटरनेट पर रिवाइव करना शुरू हो गया है कि उन्हें चेकआउट के अंतिम चरण में " प्लेटफॉर्म शुल्क ", " ऑफर हैंडलिंग शुल्क ", " पेमेंट हैंडलिंग चार्ज " या " प्रोटेक्ट प्रॉमिस शुल्क " जैसे अतिरिक्त शुल्क का भुगतान करना पड़ रहा है। यह शुल्क मूल मूल्य और विक्रय शुल्क के अलावा होता है, और कई बार अज्ञात बिना रुके जोड़ा जाता है कि ग्राहक को इसके कारण भी स्पष्ट नहीं होता है

सरकार की जांच

गठबंधन के बाद उपभोक्ता मामलों का मंत्रालय ( उपभोक्ता मामले विभाग ) सक्रिय हो गया है और उसने ई-कॉमर्स कंपनियों पर "चिपे शुल्क" का उपयोग और "डार्क पैटर्न" का इस्तेमाल करने की जांच शुरू कर दी है। उपभोक्ता मामलों के मंत्री ने कहा है कि कैश-ऑन-डिलीवरी ऑर्डर पर भी इन शुल्कों की मांग आ रही है, जिसमें डार्क रिव्यू भी शामिल है।

डार्क रंग क्या है?

"डार्क पैटर्न" में वह शामिल है जिसमें वेबसाइट या ऐप के डिज़ाइन में उपयोगकर्ताओं को ऐसा निर्णय लेने के लिए मजबूर किया जाता है, जो वह सामान्य स्थिति में नहीं बताता है।

ऑफ़र के नाम पर शुल्क जोड़ देना

कीमत को शुरुआत में कम दिखाएं और बाद में खरीदें

भुगतान विकल्प को इस तरह की सजा दी जाती है कि ग्राहक को महंगा विकल्प आसान लगे

सरकार ने पहले ही डिजिटल मोटरसाइकिलों को डार्क ट्रैवल्स के लिए दिशा-निर्देश जारी कर दिया है और अब कई कंपनियों (जैसे जेप्टो, उबर आदि) को नोटिस भी भेजा है।

कानून और नियम

भारत में उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम, 2019 के अंतर्गत अधिकार मिलते हैं, जो अनुचित व्यापार व्यवहार ( अनुचित व्यापार व्यवहार ) को शामिल किया गया है। इस कानून के तहत अगर किसी सामान्य या मानक तरीके से शुल्क वसूला जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है। मंत्रालय ने ई-कॉमर्स कंपनी को अपना चेकआउट फ्लो, शुल्क और प्रतिबंध बनाने के लिए कहा है। अगर कूलियों का रखरखाव नहीं होता है तो उन पर जुर्माना लगाया जा सकता है।

उपयोगकर्ता के अधिकार और सावधानी

उपयोगकर्ता के लिए विशेष रूप से आपके पास भी अधिकार और विकल्प हैं:

ऑर्डर करने से पहले "अंतिम कीमत" जांचें।

सभी शुल्कों की जानकारी।

मुफ़्त शुल्क गाड़ियों से स्पष्टीकरण माँगें।

अवैध शुल्क राष्ट्रीय उपभोक्ता कंपनियों या ई-दाखिल पोर्टल पर शिकायत करें।

ऑर्डर की राय, फोटोग्राफर और संवाद का रिकॉर्ड।

अपने अनुभव को सोशल मीडिया पर साझा करें ताकि अन्य लोग भी सावधान रहें।

निष्कर्ष

बिजनेस शुल्क और डार्क पैटर्न डिजिटल व्यापार में विश्वसनीय तोड़ते हैं। सरकार ने इस पर कार्रवाई शुरू तो कर दी है, लेकिन स्टार्स को भी सतर्कता बरतनी होगी। यदि सभी वैध और सहायक उपकरण उपलब्ध हैं तो ऑनलाइन खरीदारी का अनुभव अधिक सुरक्षित और विश्वसनीय बन सकता है।

            PUBLICED BY MUKESH KUMAR 

            DATE 08-10-2025

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